What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
Shiv Chalisa is usually a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his help in removing hardships and obstructions in devotee’s lifestyle.
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
It consists of forty verses (chalisa), created within the Hindi language. The chalisa is structured in a poetic format and is particularly greatly recited by devotees as a means to praise and look for blessings from Lord Shiva.
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई Shiv chaisa ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
कार्तिक श्याम और shiv chalisa lyricsl गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥